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Thanks admin Aryan mere story accpet karne ke liye. hot boys mera email hai Resham2017@gmail.com sex chat ke liye mail kareaur apne comment de
हाई दोस्तों मेरा नाम रेशम शेख है मै जौनपुर के छोटे से गांव में रहती हूँ .मेरी उम्र अब 20 साल की है हमारे गावं में बाजार से थोड़ा दूर है इसलिए हम लोग जयादातर सायकल प्रयोग करते है मै भी खूब सायकल चलाती हूँ .मेरे गांव का ही एक लड़का जिसका नाम आमिर है वो मुझे अच्छा लगता था हमारा उसका खेत पास पासथा इसलिए हमारी मुलाकात खेत पे आते जाते हो जाती थी कुछ इधर उधर की बाते होती .मै कभी कभी नोटिस करती की वो मेरी चूचियों पे नज़र जरूर मरता था मुझे अच्छा लगता था इसलिए जब मै उसके सामने जाती तो दुपट्टा चूचियों से हटा के इधर उधर कर देती |
अब वो भी मुझमे इंट्रेस्ट लेने लगा हम अपनी परसनल बाते शेयर करते धीरे धीरे हम नजदीक आ गए ..एक दिन मै वो खेत से आ रहे थे तभी मै फिसली नाली में गई गयी वो मुझे उठाने लगा लेकिन उसकी निगाह मेरी चूचियों पे थी तो मैंने अपनी चूची को देखा तो पूरा ड्रेस चिपक गया था पूरा बदन साफ दिख रहा था . मैंने बोला क्या देख रहा है तो आज उसने भी बोल दिया यार तू मेरी नियत खराब करके ही रहेगी चल उठ उसने उठाते हुए आखिर मेरी चूचियों पे हलके से हाथ फेर ही दिया मै उठी सीधे घर गयी आज मेरा बदन पूरा झनझन कर रहा था क्योकि पहली बार एक मर्द का हाथ मेरे जिस्म पे हाथ लगाया था .आज जब मैंने अपने कपडे बदलना चाहा तो सीसे के सामने खड़ी पहली बार मेरी को गोलाई ध्यान से देखा क्या मस्त थी निप्पल पुरे खड़े अपना हाथ जो फेरा तो आह निकल गयी …अब मुझे खेत में जाना ज्यादा अछ्हा लगने लगा और आमिर भी शाम को बराबर खेत पे आ जाता एक दिन वो और मै खेत पे पास पास बैठ काम कर रहे थे दूसरे लोग थोड़ा दूर थे और वहां बाजरे के पौधे थोड़ा बड़े थे वो अचानक मेरे पास आया और बाहो में भर के गिरा के मेरे ऊपर लेट गया मै बोली अरे छोड़ कोई देख लेगा वो बोला बस एक चुम्मी लेनी है जब तक मै उसको ऊपर से धकेलती तब तक वो मेरी चूचियों की गोलाई माप चूका था और उसके ओंठ मेरे ओंठ को चूसे चुके थे और उसका लंड मेरी छूट को सलवार के उपर से अपना अहसास करा दिया .. ये सारी बाते बस 2 मिंट में हुवी और वो अलग हो गया मै उठ बैठी वो मुस्कराया मै शर्मा गयी अब लाईन साफ़ थी हम दोनों को अपनी जरुरत पूरा करने का चांस मिल सकता है आखिर वो एक जवान मर्द और मै एक जवान लड़की…
अब हम खेत पे काम करते करते खेत के बीच में जाने लगे थोड़ा मिलना चालु हुवा ..
लेकिन इसी बीच मेरी जिंदगी में दो घटनाये घाटी जो मेरी जिंदगी बदल दी ..
हुआ यूँ के मैं सायकल से बाजार से वापस आ रही थे थोड़ी बारिश हुई थी सायकल फीसल गयी और मै गिरने से बचने के सायकल से पैर नीचे रखा लेकिन नीचे गड्ढा था नतीजा ये हुआ के मेरा एक पैर ऊपर सीट पे फंस गया और दुसरा नीचे .. सारा खिचाव सीधे चूत पे जा बैठा बस ऐसा लगा की किसी ने मेरे दोनों पैर ऊपर नीचे करके मेरी चूत फाड़ दिया बहुत दर्द हो रहा था कैसे भी करके घर पहुँची |
मेरी भाभी को सारी बात बताई तो भाभी हंस के बोली अरे तेरी तो सील ही टूट गयी चल अच्छा हुवा अब तुझे लंड लेने में दर्द नहीं होगा इतना सुनते ही मैं गुस्से से अपने कमरे चली गयी |
सीधा बाथरूम में जाके सारे कपडे उतरे तो देखा मेरी चड्डी में खून निकला था शायद सच में मेरी चूत की शील टूट गयी थी थोड़ा सूजन आ गया था अब मैं चुचाप रही .दो दिन घर में रही सबसे बोली मेरी तबियत खराब है तीसरे दिन मैं नार्मल हो गयी उस दिन भाभी बाजार जा रही थी उनका बच्चा जो एक साल का था मैं उसके बाजू में लेटी थी वो बोली – सुन रेशम वैसे मैंने इसको दूध पीला दिया है अभी ये सो रहा है अगर बीच में उठे तो ये निप्पल में थोड़ा हनी डाल के मुंह में डाल देना चूसते चूसते सो जायेगा अगर नहीं चुप हुआ तो अपनी चूची चूसा देना | आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है | इतना कह के भाभी मुस्करायी और मैं कुछ बोलती उससे पहले वो बहार निकल गयी ..अब मैं घर में अकेली थी इसलिए दरवाजा बंद किया और सोने के लिए ट्राई करने लगी करीब 10 मिनट के बाद बेबी थोड़ा रोया तो मैं उसको निप्पल में हनी डालने को उठी .. अचानक मुझे भाभी की बात याद आई ..अपना चूसा देना … दिल धक् से हो गया घर में कोई नहीं था पता नहीं मुझे क्या हुवा इसको जवानी का नशा बोलो या नया अनुभव लेना मैंने पहले बार अपनी चूचियों अपने हाथो से सहलाया तो आज महसूस हुवा के मेरी गोलाई क्या है अब तो ये दिल कर रहा था के थोड़ा थोड़ा दबाऊ ..घर में कोई नही था 1 घंटे तक कोई आने वाला नही था मैंने अपना टॉप उतरा अब केवल मेरी चूचिया ब्रा में बंद थी जैसे ही ब्रा खोला धम्म से दोनों बहार आ गयी दोनों निप्पल एक नया अनुभव लेने के बेताब हो रहे थे मेरा हाथ अब मेरी निप्पल को दबाने लगे एक अलग सा नशा चढ़ता जा रहा था मैंने बेबी को उठाया और निप्पल उसके मुंह में डाल दिया वो जैसे ही चूसा वो माई गॉड अचानक जो चुहियों में तरंग बजा वो चूत तक जा पहुंचा पुरे बदन पे रोये खड़े हो गए मेरा हाथ अब बेबी के सर को सहलाने लगी ..2 मिनट में ही मेरे मुंह से आवाज आनी लगी आआ हाँहहहहह ह्म्म्मम्म चूस ले बेटा आअह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ओहूऊओ और मेरा हाथ चूत को सहलाने लगा आज पहली बार मै पागल सी हो रही थी बस आज मुझे मर्द चाहिए बार बार आमिर कि शक्ल याद आ रही थी ..बस अब कुछ भी आमिर को चूत का मजा दूंगी और उसका लंड का मजा लुंगी .पुरे जिश्म में आग लगी थी बस यही लग रहा था की चूत खुल और बंद हो रही है मेरी सलवार गीली हो रही थी पानी कि कारण चूत पे उंगली बड़े आराम से फिसल रही थी और दो उंगली चूत पे घीसे जा रही थी और एक हाथ चूची पे फिसल रहा था और दूसरी चूची बेबी चूस रहा था और फिर आह्ह्ह्ह हहहहह वोओओओओओ करने लगी मै एक साथ में चूत और गांड हिली पूरा दिल खुशी से झूम उठा आज मै अपने आप मुस्कराई चूत में पानी पानी था लेकिन जो सुकून मिला उसके आगे सब बेकार था अब तो मै जवान हो गयी थी अब आमिर का लंड लेने की प्लानिंग थी |
शाम को खेत पे गयी तो आमिर दिखा आज मै उसे अलग नज़र से देख रही थी मेरा ध्यान बार बार उसके लंड पे जा रहा था उससे थोड़ी बात की मैंने और बोली आज कल घर में बहुत बोर हो रहा है इसलिए खेत में आ जाती हूँ थोड़ा सुकून मिलता है कल दोपहर में अपने खेत में आके थोड़ी देर बैठूगी |
अब जा रही रही हूँ ..मुझे पक्का यकीन हो गया के वो भी दोपहर में आएगा क्युकी इतना नादान वो नहीं है |
सुबह हुई मै मस्त नहाई चूत के बाल निकले और पिंक कलर की ब्रा और पैंटी …आज मै बहुत ही जोश में थी क्युकी आज मै बस चुदाने के तैयार हो रही थी ..जब दोपहर हुवा तो मेरे घर के लोग आराम करने लगे मै पीछे के अपने कमरे गयी जब मुझे पूरा यकीन हो गया की अब 3 घंटे कोई डिस्टर्ब नहीं करेगा मै बहार निकली चुपचाप खेत में चली गयी अपने खेत में जैसे ही थोड़ा अंदर गई मैंने देखा की आमिर वहाँ पहले से मेरा इन्जार कर रहा है मै शर्मा के उसके पास गयी उसने अपनी बाँहों में भरा और किश किया मेरा हाथ पकड़ा और खेत के अंदर ले गया अंदर का नज़ारा देख के मै दंग रह गयी ..चारो तरफ बड़ी बड़ी बाजरे की फसल थी खड़े होने पे भी हमें कोई नहीं देख सकता था और वहाँ पे आमिर ने हरी घास का एक बेड बना रखा था उसने उसके ऊपर टॉवेल फैला रक्खा था और खेत के ही कुछ फूल बिखेर रक्खा था शार्ट कट में मेरी चुदाई का पूरा इंतजाम बना था अब उसने मुझे बहनो में भर कर किसिंग करने लगा मै भी उसका साथ देने लगी वो कभी मेरी चूचियों की गोलाइयों मस्त सहला रहा था तो कभी ऊपर से चूत को सहला रहा था मै भी हिम्मत करके मैंने उसके लंड को सहलाया तो मालूम पड़ा कोई मोठा डंडा जैसा है मै बस ऊपर नीचे सहला रही थी उसने कहाँ आओ बैठो खड़े खड़े क्या करे मै इशारा देख के घास के बेड पे बैठ गयी … आमिर मेरे पीछे दोनों पैर फैला के बैठ और मुझे पीछे खींच लिया अब वो मै पूरी तरफ उसकी आगोश में थी फिर उसने मोबाइल निकला और बोला थोड़ा पढ़ाई करेंगे फिर प्रैक्टिकल |
उसने फिर एक पिक्चर लगाई जो ब्लू फिल्म थी ये मेरा पहला अनुभव था हम दोनों ने 15 मिनट की पूरी ध्यान से देखा और समझ गए ..अब आमिर ने मोबाइल साइलेंट कर दिया मेरी तरफ आया और पहले उसने अपने कपडे निकाल दिए वो केवल चड्डी पे था उसका लंड सीधा खड़ा था लंड की कुछ पानी की बूंदे चड्डी को भिगो रही थी मेरी धड़कन बढ़ रही थी उसने मेरा टॉप और सलवार निकाल दिया दिया अब मैं सिर्फ ब्रा पैंटी पे थी मेरी चूत के पानी से मेरी चड्डी भी गीली हो रही थी उसने अब मेरी ब्रा निकाल दी मेरे ऊपर ब्लू फिल्म का नशा चढ़ा था वो जैसा कर रहा था मैं वैसे वैसे होती जा रही थी उसने मुझे लिटाया और मेरी निप्पल को जीभ से छेड़ने लगा दूसरे हाथ से दूसरी चूची सहला रहा थे | आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है | चूत के पास उसका लंड अपना होने का एहसास दिला रहा था उसका लंड बस चूत ढूंढ रहा था मैं अब उसके पीठ को सहलाने लगी वो मेरी गर्दन और कान पे हलके से दांत काटता तो मेरे पूरे बदन के बाल खड़े हो जाते अचानक उसने पलटी मारी मैं उसके ऊपर आ गयी मेरी दोनों चूचिया उसके मुंह के पास आ गयी वो बिना देरी किये हुए वो चूचियों के निप्पल मुंह में लेके चूसने लगा अब मैं अपने आप से बाहर हो गयी अब मुझे केवल उसका लंड मेरी चूत में चाहिए था मैं अब उसके ऊपर से थोड़ा नीचे खिसकी और उसकी चड्डी झट से नीचे खींच दे और उसके लंड आज़ाद हो के हवा में खड़ा हो गया मैं उसको मसलने लगी उसने हलके से मेरा मुंह लंड के साईड धकेल दिया मैं उसका इशारा समझ गई बिना किसी झिझक के मैंने उसके लंड के सुपारी को चाटना चालू किया एकदम गर्म था जैसे जैसे उसका लंड चूसे रही थी लंड का सुपारा और फूलता ही जा रहा था अब वो उठा मुझे घास पे गिरा के मेरी और अपनी चड्डी निकाल फेंकी अब हम दोनों पूरे नंगे गए थे वो म्रेरी चूत को देख के पागल सा हो गया पानी से लबालब . वो मेरे पैरो के बीच में लेट गया और जीभ के नोक से मेरी चूत के दाने को जो छेड़ा तो मैं पूरी तरह से हिल गयी बस वो धीरे धीरे मेरी चूत में जीभ से पेल रहा था मेरी चूत पता नहीं कितना पानी छोड़ रही थी उसका लार और चूत का पानी एक हो रहे थे मैं उसका सर सहला कर उसे और उत्तेजित कर रही थी लेकिन अब हम दोनों बस चुदाई चाहिए था हम दोनों इतने गर्म हो गए थे माथे पे पसीने की बूंदे निकलनी शुरू हो गयी अब वो मेरे ऊपर आया किसिंग करने लगा उसके लंड मेरे चूत के मुंह पे था उसने थोड़ा दबाव डाला तो लंड फिसल गया फिर मैंने झट से लंड को चूत के दरवाजे पे पकड़ा कर उसको इशारा किया उसने हलके से दबाव डाला तो लंड आराम से चूत में फिसलने लगा आधा लंड बिना किसी दर्द के घुस गया आगे जाने में थोड़ा टाइट लगा और दर्द होने लगा आमिर ये बात समझ गया उसने फिर आधे में ही चुदाई चालू कर दी यानी आधा लंड ही डाल निकल रहा था मुझे अब थोड़ा सुकून मिला कभी कभी वो अपना लंड पकड़ के मेरी दाने पे रगता तो मैं हाय हाय बोलने लगती मैं चुदाई का मज़ा लेने के लिए जैसे आँख बंद की उसने एक हल्का सा झटका मारा लंड जड़ तक घुस गया मुझे हल्का सा दर्द हुवा शायद सायकल चलाते हुए मेरी जो सील टूट गयी थी इसलिए चुदाई का दर्द नहीं हुवा |
लेकिन मैंने दर्द को चहरे पे आने नहीं दिया अब वो और मै पूरी चुदाई का मज़ा ले रहे थे वो मेरी चूचियों मस्त चूसे रहा था उसके लंड की हर थाप मेरी छूट को जवान बना रही थी जब लंड अंदर जाता तो ऐसा लगता बस घुसता ही रहे और बाहर निकलता तो ऐसे लगता छूट के पानी के साथ साथ चूत के अंदर के लावा को निकलता बस वो रपा रप पेले जा रहा था मेरी चूचिया मर्द का हाथ पाके पूरी टाइट हो गयी थे निप्पल पूरे तने हुए वो उसका भरपूर इस्तेमाल कर रहा था अब वो पेलने के साथ चूचिया मसल रहा था |
अब मै उसको वैसा ही चोदना चाहती थी जैसे मैंने मूवी में लड़की देखा था इसलिए मैंने हलके से धक्का दिया और उसके ऊपर आ गए वो बिना कुछ बोले सीधा लेट गया मै उसके ऊपर आ गयी और लंड को हलके से चूत में फिट किया और कमर हिलाना चालू किया उसने अपनी कमर थोड़ी ऊपर उठा ली अब मै उसको चोद रही थे मेरी कमर फुल स्पीड में हिले लगी आह्ह्ह्हह्ह आआ ह्म्म्मम्म ाअम्म्मम्म और मेरी चूचिया जो उसके मुंह पे लटके थी चूसने लग्गा और मेरी चूतड़ों गांड को सहला रहा था जिससे मेरा जोश बढ़ता चला जा रहा था मैंने अपनी चूची उसके मुंह में जोर जोर दबाने लगी मेरे पूरे बदन में आग लगी थी बस आह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्हह अअअअअ हआ की आवाज़ के साथ कमर हिला हिला के चोदे जा रही थी आँखे बंद थी हर झटके के साथ मेरी चूत फच फचा कररही थी वो पलो का मै शब्दों में नहीं लिख नहीं लिख सकती बस उसको पेले जा रही अब मै मंजिल की तरफ बढ़ रही आखिर वो मंजिल आ ही गयी बस्स्स स्स्स्सस्स्स्स आआआआआ ह्ह्हह्हह्ह्ह्ह वोओओओओओ और एक जोर का झटका मारा मेरा झड़ना चालू हो गया कमर के स्पीड कम हो गयी लेकिन रुकी नहीं मुझे ऐसा लग रहा था के छूट और गांड एक साथ खुल बंद हो रहे है जैसे रुक रुक के पेशाब छूट रहा हो वो पलो को मै शब्दों में नहीं लिख सकती और फिर मै एक एक बूँद झड़ने तक मै बस आँख बंद करके कमर हिला रही और फिर उसके ऊपर लेट गयी दो मिनट के बाद वो बोला रानी अकेले ही मेरा भी नंबर ..मैंने बोला ओ.क मेरे राजा लेकिन संभल कर अभी 20 दिन ही महीना हुवा है उसने बोला जायदा समय नहीं लूंगा क्योकि मेरी भी जवानी पूरे सबाब पे है उसने मुझे दोगी इस्टाइल में बनाया लंड डाला और मेरी कमर पकड़ बस पेलना चालू किया तो बस थप थप की आवाज आने लगी और मेरी चूचिया हवा में हर झटके पे झूल रही थी अब शायद वो झड़ने वाला था उसने बोला रानी बिना मुंह में चूचीयो लिए हुए चोदने का मज़ा कम आ रहा है फिर उसने मुझे लिटाया और मेरे ऊपर आके लंड को चूत पे सेट किया और मुंह में चूचियों के घुंडी पकड़ी तो बस पेलना चालू किया उसकी कमर की स्पीड बढ़ती जा रही थी अब उसका पसीना माथे पे छलक रहा था वो हल्का हल्का आअह्हह्ह्ह्ह हानंन्न की आवाज निकाल रहा था वो अपनी मंजिल पे दौड़ा जा रहा था और अचानक एक जोर का झटका मारा लंड को चुत की गहराई में जाके रुका और हलके हलके झटका खाने लगा अब अमीर शांत था उसका लंड अंदर अपनी गर्मी छोड़ रहा था जो मुझे साफ साफ़ महसूस हो रहा था लंड के पानी की गर्मी मेरे चूत की सेकाई जैसे कर रहा हो मै और आमिर आँखे बंद किये इस पल का पूरा मज़ा ले रहे थे दो मिनट के बाद आमिर का लंड दम तोड़ते हुए अब ढीला हुए बहार निकाल आया वो मेरी चूचियों और मै उसके सीने को 15 मिनट तक सहलाते रहे जब हम पुरे ठन्डे हो गए तब कपडे पहने थोड़ा मुस्कराये और अलग हो गए | आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है |
मै घर आयी तुरंत नहाई चुत को अच्छे से साफ़ किया आज एक अजीब बेचैनी शांत हो गयी अब मै कली से फूल बन गयी अब तो हमारा ये सिलसिला चालू हो गया हम लोग एक हफ्ते में कम से कम 2 बार चुदाई जरूर करते है कसम से बहुत मजा आता है लेकिन हम अब कंडोम का प्रयोग करते है या एन मौके पे आमिर लंड को बाहर खींच के गर्मी बहार निकल देता है मै भी उसका ख्याल रखती हूँ इसलिए जब कभी वो लंड चूत से बाहर झाड़ता है तो मै उसका लंड हाथ से सहला के या अपनी दोनों जांघो के बीच दबा लेती हूँ जिससे उसका मज़ा खराब ना हो और वो पूरी तरह संतुस्ट होता और मुझे भी संतुस्ट करता है ..अभी आज ही बारिश हुई हमारी मुलाकात अब शायद कुछ दिन न हो लेकिन हम फिर से चुदाई का खेल चलता रहेगा |
ये पूरी घटना लिखने में मैंने काफी मेहनत की है पसंद आये तो कमेंट और लाइक देना
*समाप्त*
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